Friday, September 21, 2007

आपके चिट्ठों के लिंक और ढेर सा मनोरंजन, अब सब मिलेगा हिंदी टूलबार में

हिंदी टूलबार में हमने कुछ चुने हुए चिट्ठों के लिंक जोड़े हुए थे। यह संभव भी नहीं था कि सारे हिंदी चिट्ठों के लिंक इस टूलबार में जोड़े जायें और फिर नित नये बनते हिंदी चिट्ठों का हिसाब किताब रखना और उन्हें जोड़ते जाना वाकई टेढ़ी खीर होता। इसका हल सुझाया चिट्ठाजगत ने। उन्होंने चिट्ठाजगत पर शामिल चिट्ठों की सूची को टूलबार में जोड़ने का हमारा अनुरोध स्वीकार कर लिया और हम आ गये सभी चिट्ठों के लिंक इस टूलबार में ले कर। इसमें आप अपने चिट्ठे तो देख ही सकेंगे दूसरे चिट्ठे जो आप पढ़ना चाहते हैं उनके URL पते न तो आपको याद रखने की आवश्यक्ता होगी और न ही बार बार उन्हें टाइप करने का झंझट। बस चिट्ठों की सूची पर जायें और मनचाहे चिट्ठे पर क्लिक करें और पहुंच जायें।




अब बात मनोंरंजन की। इस टूलबार पर हमने एक मनोरंजन का एक ड्रापडाउन मीनू बनाया है। इसमें हमने आपके मनोंरंजन का भरपूर इंतजाम किया है।






सबसे पहले इसमें जो विजेट लगा है वह है डिज्लर का । डिज्लर में आप अपने पसंद का संगीत, वीडियो, रेडियो तथा गेम्स सर्च कर सकते हैं, उन्हें बजा सकते हैं और चाहें तो उन्हें बुकमार्क भी कर सकते हैं। पहली बार जब मैंने इसे परखा तो घंटों कैसे बीत गये पता ही नहीं चला। बहुत ही मजेदार विजेट है यह आपको जरूर पसंद आयेगा।










इसके बाद आती है वीडियो की दीवार। इसे खोलते ही आपकी स्क्रीन पर इंटेरनेट पर हिंदी के वीडियो क्लिप एक दीवार के रूप में आपके सामने आ जाते हैं, उसमें से चाहे कोइ वीडियो क्लिप चुनिये और चलाइये।

इसके बाद जुड़े हैं बहुत से भारतीय टीवी चैनल। क्लिक कीजिये और लाइव मजे लीजिये।
आखिर में एक विजेट है अंतर्राष्ट्रीय टीवी चैनलों का। इसमें आपको सैंकड़ों विदेशी टीवी चैनल देखने को मिलेंगे।

मनोंरंजन के मीनू में जल्द ही और भी बहुत कुछ जुड़ेगा बस थोड़ा इंतजार कीजिये।




चलते चलते आपको एक बात बता दें कि आपका यह टूलबार तेजी से लोकप्रिय हो रहा है इसके डाउनलोड दिनों दिन तेज गति से बढ़ते जा रहे हैं।
अंत में पाठकों और टूलबार के प्रयोगकार्तांओं से एक अनुरोध, चुप न बैंठें, हमारे प्रयासों पर अपनी राय बतायें। आपको इस टूलबार मे क्या पसंद है और क्या नापसंद यह भी बतायें। आप अपने सुझाव भी दें कि आप इस टूलबार में और क्या क्या देखना चाहते हैं।

Saturday, September 8, 2007

’धड़ाधड़ महाराज’ तक पहुंचें धड़ाधड़

tbcj.jpgtbcj.jpg


चिट्ठाजगत के धड़ाधड़ महाराज हमें कई तरह की सुविधायें देते हैं। चिट्ठाजगत हमें कई प्रारूपों में तो मिलता ही है, यहां हम अपनी व्यक्तिगत रुचि के अनुसार भी अपना वैयक्तिक पृष्ठ बना सकते हैं। और भी कई प्रकार की सुविधायें हैं चिट्ठाजगत पर उम्मीद है कि आगे चल कर धड़ाधड़ महाराज हमें और भी ज्यादा सुविधायें प्रदान करेंगे।
cjdd.jpg


चिट्ठाजगत पर हमें 'हाल में छपे चिट्ठे', 'पारम्परिक प्रारूप', 'लघु प्रारूप', 'वैयक्तिक पृष्ट' और 'मेरे चिट्ठे' के प्रारूपों के विकल्प मिलते हैं। हमने यह सारे प्रारूपों के लिंक एक साथ हिंदी टूलबार में रख दिये हैं जिससे आप अपनी रुचि के अनुसार जिस प्रारूप पर भी जाना चाहें सीधे उसी प्रारूप पर जा सकते है।

धड़ाधड़ महाराज तक धड़ाधड़ कैसे पहुंचें:


यह है चिट्ठाकारों के लिये बहुत काम की बात। हमने हिंदी टूलबार पर एक बटन लगाया है ’सारे अधिकृत चिट्ठे अभी चिट्ठाजगत पर खींचे’ । आप जब भी अपने चिट्ठे पर कोई पोस्ट करते हैं तो बस इस बटन पर क्लिक कर दें। एक छोटी सी खिड़की खुलेगी। आपको लॉग इन करना होगा और आपके सभी अधिकृत चिट्ठों की नयी पोस्ट उसी समय चिट्ठाजगत पर नजर आने लगेगी। यदि आप पहले से चिट्ठाजगत पर लॉग इन किये हुए हैं तो आपको फिर से लॉग इन करने की जरूरत नहीं होगी, सिर्फ क्लिक कर देना ही काफी होगा। मजे की बात यह है कि इस प्रक्रिया के लिये कोई जरूरी नहीं है कि आप अपने चिट्ठे पर हों या चिट्ठाजगत पर हों, आप अपने ब्राउजर पर किसी भी पेज से यह कर सकते हैं।



इसके अलावा चिट्ठों की फीड में अब नारद के साथ साथ चिट्ठाजगत की ताजा फीड भी आपको टूलबार में लगातार मिलेगी। चिट्ठाजगत की फीड में चिट्ठे का नाम भी पोस्ट के शीर्षक के साथ नजर आता है।



आपको हिंदी टूलबार और चिट्ठाजगत का यह संयुक्त प्रयास कैसा लगा हमें जरूर बतायें


हिंदी टूलबार यहां से डाउनलोड करें।


चिट्ठाजगत पर चिट्ठा अधिकृत करने की प्रक्रिया जानने के लिये यहां क्लिक करें।